‘शहीद भगतसिंह पुस्तकालय’ (मुंबई) का 28 सितम्बर को उद्धाटन

शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर
‘शहीद भगतसिंह पुस्तकालय’ का 28 सितम्बर को उद्धाटन

BHAGAT_CMYK copyसाथियो
भारत की आज़ादी के लिए मात्र 24 साल की उम्र में शहीद होने वाले भगतसिंह का 28 सितम्बर को 108वां जन्म दिवस है। उनकी शहादत को 84 वर्ष बीत चुके हैं पर आज भी देश की मेहनतकश जनता के हालात को देखकर कहा जा सकता है कि जिस सपने के लिए उन्‍होंने जान दी थी वह अधूरा है। आज भी देश की 80 फीसदी जनता ग़रीबी का दंश झेल रही है। शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और रोज़गार जैसे मूलभूत अधिकारों से वो वंचित हैं। अमीर और ग़रीब के बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। दलितों, महिलाओं व अल्‍पसंख्‍यकों पर अत्‍याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि – इस परिस्थिति को – बदलने की लड़ाई आज कमज़ोर पड़ चुकी है। ऐसे में आज भगतसिंह के जीवन और उनके विचारों से प्रेरणा लेकर बहुसंख्‍यक आबादी के शोषण पर मुट्ठीभर अमीरज़ादों की अय्याशी की इस व्‍यवस्‍था को बदलने की जरूरत है। इसकी ऐतिहासिक ज़ि‍म्‍मेदारी आज अपने मज़बूत कंधो पर लेने के लिए इस देश के नौजवानों व खासकर मेहनतकशों के बेटे-बेटियों को आगे आना होगा। इसके लिए सबसे पहली ज़रूरत यह है कि इन नौजवानों का व्‍यक्तित्‍व समृद्ध होना चाहिए।
मानखुर्द के जिस इलाके में हम रहते हैं, उसकी हालत भी अन्‍य जगहों की मज़दूर बस्तियों जैसी ही है। ग़रीबी और बेरोजगारी, उससे पैदा होने वाले अपराध व नशाखोरी यहां पर बिल्‍कुल साफ नज़र आते हैं। कुछ लोग इसके लिए यहां के बच्‍चों व नौजवानों को जिम्‍मेदार ठहराते हैं। लेकिन इसकी असल गुनाहगार ये व्‍यवस्‍था है जो उनके मानवीय मूल्‍यों को नष्‍ट कर देती है। आज टी.वी., घटिया फिल्‍में, इंटरनेट के माध्‍यम से अलग-अलग वेबसाइट्स नौजवानों को स्‍वार्थी, हिंसक और विकृत बनाने वाली चीज़ें मनोरंजन के नाम पर परोस रही हैं। इसी के कारण समाज में तरह-तरह की विकृतियां, अंधविश्‍वास पसर रहे हैं। बच्‍चों के व्‍यक्तित्‍व पर भी इसका विपरीत परिणाम होता है। ऐसे में विकल्‍प के तौर पर स्‍वस्‍थ मनोरंजन पहुँचाने की सख्‍त जरूरत है।
पुस्‍तकें मनोरंजन के साथ-साथ बच्‍चों में उदात्‍त मूल्‍य, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, तर्कशीलता विकसित करने का भी प्रभावी माध्‍यम है। पुस्‍तकों का महत्‍व सिर्फ विद्यार्थियों के लिए ही नहीं है बल्कि जीवन की हर सीढ़ी पर पुस्‍तकें हम सभी को अपने समाज, विश्‍व व संपूर्ण जीवन के बारे में शिक्षित करने का काम करती है और हमें सजग बनाती है। पुस्‍तकों के साथ से हमारा व्‍यक्तित्‍व फलता-फूलता और समृद्ध होता है। इसीलिए नौजवान भारत सभा मानखुर्द में रहने वालों के लिए कई महीने से शहीद भगतसिंह पुस्‍तकालय अनौपचारिक तौर पर चला रही थी। छोटे बच्‍चों से लेकर बड़ों तक के लिए चलने वाले इस पुस्‍तकालय का भगतसिंह के जन्‍मदिवस के अवसर पर सोमवार, 28 सितम्‍बर, शाम 6 बजे औपचारिक उद्घाटन किया जा रहा है। आपसे आग्रह है कि इस उद्घाटन के अवसर पर जरूर आयें।
पुस्‍तकालय में अख़बार, पत्रिकाओं के साथ-साथ मराठी, हिन्‍दी व अंग्रेजी भाषा में देश-दुनिया के विख्‍यात लेखकों की किताबें उपलब्‍ध रहेंगी। छोटे बच्‍चों के लिए विशेष तौर पर उनकी कल्‍पनाओं को उड़ान देने वाली और दिमाग की खिड़कियां खोल देने वाली किताबें रहेंगी।
बच्‍चों से लेकर बड़े-बूढ़े सभी इस पुस्‍तकालय का लाभ उठायेंगे, ऐसी हमारी आशा है।

शहीद भगतसिंह पुस्तकालय के नियम व शर्तें
1. पुस्तकालय का समय सोमवार से शुक्रवार सायं 4 बजे से 7 बजे तक रहेगा।
2. पुस्तकालय में बैठकर पढ़ने वाले पाठकों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।
3. पुस्तक घर ले जाने के लिए पुस्तकालय की सदस्यता लेनी होगी। सदस्यता राशि 50 रुपये सालाना रखी गयी है।
4. पुस्तक गायब होने या कटने-फटने पर उसकी जिम्मेदारी सदस्य की होगी। उसे उसकी भरपाई आर्थिक दण्ड के रूप में करनी होगी।
5. एक बार में केवल एक ही पुस्तक जारी की जायेगी। पुस्‍तक 10 दिनों के लिए ही जारी होगी; दोबारा जारी कराने की भी सुविधा होगी।
6. पुस्तकालय हम सबका है। ये नियमपूर्वक संचालित हो, इसके लिए आपका सहयोग जरूरी है।

पुस्‍तकें मानव द्वारा सृजित चमत्‍कारों में से सबसे बड़ा चमत्‍कार है।
मक्सिम गोर्की

शहीद भगतसिंह पुस्तकालय9i4oqBxxT जन-सहयोग द्वारा खड़ा किया गया एक विनम्र प्रयास है। हमारा स्पष्ट मानना है कि जनता तक सही बात ले जाने का काम जनता के बीच से निकले लोगों द्वारा और जन संसाधनों के दम पर ही खड़ा हो सकता है। हमें पूरा विश्वास है कि हमारे इस प्रयास को सफल बनाने में आपकी भी भागीदारी रहेगी।

नौजवान भारत सभा

पुस्तकालय का पता : रूम न. 103, बिल्डिंग न. 61, लल्लूभाई कम्पाउण्ड, मानखुर्द (वेस्ट)

Related posts

One Thought to “‘शहीद भगतसिंह पुस्तकालय’ (मुंबई) का 28 सितम्बर को उद्धाटन”

  1. sir jee , mere pass kuch pustke hai jinhe aap is library ke liye nihshulk le sakte hai. aap sampark karen , main kharghar , navi mumbai me hoon. 9833648649 per

Leave a Comment

two × three =