शहीद चन्द्रशेखर आजाद के 85वें शहादत के अवसर पर शिक्षा-रोजगार अधिकार रैली !
28 फरवरी। नरवाना, नौजवान भारत सभा ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद के 85 वें शहादत के अवसर पर शिक्षा-रोजगार अधिकार रैली का आयोजन किया। रैली नेहरू पार्क से शुरू होकर , शहर भर में नुक्कड सभा करते हुए शहीदेआजम लाईब्रेरी पहुॅंची। नौभास के रमेश ने बताया की 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फे्ड पार्क में अंग्रेजों की गोलियों का मुकाबला करते हुए शहीद चन्द्रनशेखर आजाद का नाम बेमिसाल कुर्बानी का ही प्रतीक नहीं है बल्किं आजाद का नाम मेहनतकश जनता की क्रान्तिआ-चेतना का भी प्रतीक है। आज भी चन्द्रलशेखर आजाद, भगतसिंह व उनके साथियों की क्रान्तििकारी विरासत नौजवानों को लूट, अन्याहय और शोषण के खिलाफ लड़ने की प्ररेणा दे रही है। सभी जानते है कि HSRA का अन्तिम लक्ष्यक समतामूलक भारत का निर्माण करना था। शहीदों के इस सपनों कोसाकार करने के नौजवानों को ही आगे आना होगा।
नौजवान भारत सभा के उमेद हरियाणा के मौजूदा हालात पर बात रखते हुए कहा कि आज सभी चुनावी पार्टियों व जात-बिरादरी के संगठनों ने जातिय हिंसा फैलाकर मेहनतकश जनता की एकता कायम न होने की साजिश रची है। खट्टर सरकार के तमाम चुनावी वादे जुमले साबित हो चुके है। पूरे प्र देश में नौजवानों बढ़ती बेरोजगारी और बाजारू शिक्षा से त्रस्ते है, आम जनता महंगाई, गरीबी व अन्यापय की मार झेल रही है। जनता समझ चुकी है कि सभी चुनावी पार्टियों की नीतियां पूँजी परस्त है इसलिए ये चुनावी मदारी जनता को असली मुद्दों से भटकाने के लिए जात –बिरादरी के झगड़ों में उलझा रहे है ताकि जनता आपस में बिखरी रही और ये चुनावी मदारी अपनी वोटबैंक की गन्दीई राजनीति करते रहे। नौभास
के अजय ने की आज सभी नौजवानों को अपनी जात-धर्म की दीवारें गिराकर ‘सबके लिए समान व निशुल्कय शिक्षा व सबके लिए समान रोजगार के अवसर’ की मांग पर एकजुट होना होगा। वरना ये चुनावी पार्टियों जनता में जातिवाद का जहर घोलकर पूरे समाज को बर्बाद कर देगी। ऐसे में नौजवानों को शिक्षा-रोजगार अधिकार के आन्दोहलन की शुरूआत करनी होगी।
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