रोहित वेमुला की संस्थानिक हत्या से उपजे कुछ अहम सवाल जिनका जवाब जाति-उन्मूलन के लिए ज़रूरी है!
नये साल में चुप्पी तोड़ो! परिवर्तन के संघर्ष से नाता जोड़ो!! धार्मिक-जातीय बँटवारे की साज़िशों को नाकाम करो!
आज़ादी और बराबरी के इन मतवालों को आज याद करने का मतलब यही हो सकता है कि हम धर्म और जाति के भेदभाव भूलकर इस देश के लुटेरों के ख़िलाफ़ एकजुट हो जायें और इस ख़ूनी तंत्र को उखाड़ फेंकने की तैयारियों में जुट जायें। अशपफ़ाक-बिस्मिल-आज़ाद और भगतसिंह की विरासत को मानने का मतलब आज यही है कि हम हर क़िस्म के मज़हबी कट्टरपंथ पर हल्ला बोल दें। आज हम सभी नौजवानों और आम मेहनतकशों को यह समझ लेना चाहिये कि हमें धर्म और जाति के नाम पर बाँटने और हमारी लाशों पर रोटियाँ सेंकने का काम आज हर चुनावी पार्टी कर रही है! हमें इनका जवाब अपनी फ़ौलादी एकजुटता से देना होगा। परिवर्तनकामी छात्रों-युवाओं को नये सिरे से अपने क्रान्तिकारी संगठन और जुझारू संघर्ष संगठित करने होंगे और उन्हें मेहनतकशों के संघर्षों से जोड़ना होगा। उन्हें शहीदेआज़म भगतसिंह के सन्देश को याद करते हुए क्रान्ति का सन्देश कल-कारखानों और खेतों-खलिहानों तक लेकर जाना होगा। स्त्रियों की आधी आबादी की जागृति और लामबन्दी के बिना कोई भी सामाजिक परिवर्तन सम्भव नहीं। मेहनतकशों, छात्रों-युवाओं, बुद्धिजीवियों सभी मोर्चों पर स्त्रियों की भागीदारी बढ़ाना सफलता की बुनियादी शर्त्त है। हमें हर तरह के जातीय-धार्मिक-लैंगिक उत्पीड़न और दमन के ख़िलाफ़ खड़ा होना होगा इस संघर्ष को व्यापक सामाजिक बदलाव की लड़ाई का एक ज़रूरी हिससा बनाना होगा।
काकोरी कांड के शहीदों की याद में नौभास द्वारा देशव्यापी कार्यक्रम
काकोरी कांड के शहीदों की याद में ‘इंक़लाबी जन एकजुटता सप्ताह’ का समापन अम्बेडकरनगर के राजे सुल्तानपुर और सिंघल पट्टी मे नुक्कड़ सभाओं , नुक्कड़ नाटक ‘देश को आगे बढ़ाओ’ और ‘कारवां चलता रहेगा’ गीत से किया गया।
नौजवान भारत सभा की उत्तर पश्चिमी दिल्ली इकाई ने आज चौथे दिन ‘पैग़ाम-ए-इंक़लाब मुहिम’ के तहत नरेला के डीडीए कार्यालय में गुरुशरण सिंह के नाटक ‘हवाई गोले’ पर आधारित ‘देख फकीरे लोकतंत्र का फूहड़ नंगा नाच’ खेला, क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए और पर्चा वितरण किया।
दिल्ली में ‘पैग़ाम-ए-इंक़लाब मुहिम’ का तीसरा दिन
आज 28 सितंबर को भगतसिंह के जन्मदिवस पर नौजवान भारत सभा की उत्तर पश्चिमी दिल्ली इकाई द्वारा तीसरे दिन शाहाबाद डेयरी के विभिन्न ब्लॉकों में ‘पैग़ाम-ए-इंक़लाब मुहिम’ की शुरुआत सुबह प्रभात फेरी में क्रांतिकारी गीतों से की गई। इसके बाद अलग-अलग जगहों पर गुरुशरण सिंह के नाटक ‘हवाई गोले’ पर आधारित ‘देख फकीरे लोकतंत्र का फूहड़ नंगा नाच’ खेला गया और नुक्कड़ सभाएं करते हुए पर्चा वितरण किया गया।
नौभास, हरियाणा द्वारा इंक़लाबी प्रचार अभियान!
नौजवान भारत सभा, हरियाणा ने शहीद-ए-आज़म भगतसिंह के 108वें जन्म दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया. नौभास हरियाणा के संयोजक रमेश खटकड़ ने बताया कि उक्त कार्यक्रमों की शुरुआत 26 सितम्बर से चौशाला गाँव (कलायत, कैथल) में क्रान्तिकारी प्रचार अभियान के द्वारा की गयी. गाँव में क्रान्तिकारी प्रचार के दौरान नुक्कड़ सभाएँ करते हुए व्यापक परचा वितरण किया गया. 27 सितम्बर को सुबह कलायत (कैथल) में नुक्कड़ सभाएँ करते हुए प्रचार अभियान चलाया गया. वक्ताओं ने अपनी बात में जनता के सामने मौजूदा पूँजीवादी व्यवस्था का भण्डाफोड़…
‘पैग़ाम-ए-इंक़लाब मुहिम’ के तहत उत्तर-पश्चिमी दिल्ली की नौजवान भारत सभा की इकाई ने आज दूसरे दिन बवाना की जे जे कालोनी में लोगों के बीच नुक्कड़ सभाएं कीं व पर्चा वितरण किया।
नौजवान भारत सभा, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली की तरफ से भगतसिंह के जन्मदिवस 28 सितंबर के अवसर पर एक सप्ताह तक चलाए जाने वाले ‘पैग़ाम-ए-इंक़लाब मुहिम’ की आज शुरुआत हुई।
आज सुबह सेक्टर 27, रोहिणी की बस्ती में लोगों के बीच नुक्कड़ सभा व पर्चा वितरण किया गया। शाम को सूरज पार्क व राजा विहार में सभा करके भगतसिंह के विचारों से लोगों को परिचित कराया गया कि भगतसिंह का मकसद केवल गोरी हुकूमत को ही खत्म करना नहीं था बल्कि अन्याय-लूट-शोषण पर टिकी पूरी पूंजीवादी व्यवस्था का ही ध्वंस करना था, जिससे एक समतामूलक समाज की स्थापना की जा सके। ‘पैग़ाम-ए-इंक़लाब मुहिम’ में वितरित किये जा रहे पर्चे के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – Bhagat Singh…
शहीदों के जो ख्वाब अधूरे, इसी सदी में होंगे पूरे! इसी सदी में नए वेग से, परिवर्तन का ज्वार उठेगा!!
नौजवान भारत सभा और दिशा छात्र संगठन द्वारा शहीदे आज़म भगतसिंह के 108वें जन्मदिवस पर आयोजित विचार यात्रा के दौरान इलाहाबाद, गोरखपुर, गाज़ीपुर, मऊ, आज़मगढ़ और जौनपुर में बाँटा जानेवाला परचा J_28 sep2015 gorakhpurallahaba final
‘नौजवान भारत सभा’ की अाशंकाओं को सही साबित करते हुए आज होलम्बी कलां मेट्रो विहार फेस 2 में संघी गुंडा गिरोहों ने सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की पूरी कोशिश की
‘नौजवान भारत सभा’ की अाशंकाओं को सही साबित करते हुए आज होलम्बी कलां मेट्रो विहार फेस 2 में संघी गुंडा गिरोहों ने सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। आज होलम्बी कलां मेट्रो विहार फेस 2 में ‘बिलाल मस्जिद’ पर कुर्बानी की जगह बनाने के लिए लग रहे टेंट पर सुबह से ही बाहर से आए 40-50 लड़कों ने विरोध करना शुरू कर दिया। विश्वस्त सूत्रों से यह पता चला कि इन्होंने 24 तारीख की रात में मुंहामुंही प्रचार किया था कि 25…
